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पतंजलि आयुर्वेद व फूड प्रोसेिंसंग अभियान से देश में प्रतिवर्ष टनों दुर्लभ फल व बनौषधियां बन रही हैं दीर्घजीवी- निरंजना ज्योति
मंत्री महोदया ने आचार्य बालकृष्ण जी महाराज से फूडप्रोसेसिंग विस्तार पर की चर्चा
हरिद्वार, 21 सितम्बर, 2017- भारत सरकार की खाद्य प्रसंस्करण एवं उद्योग राज्य मंत्री साधवी निरंजना ज्योति जी आज पतंजलि योगपीठ पहुंची। उन्होंने पतंजलि योगपीठ के महामंत्री श्रद्धये आचार्य बालकृष्ण जी महाराज ने भेंट कर आशीर्वाद लिया। मंत्री महोदया ने भारतीय संस्कृति के बहुआयामी प्रकल्प योग, आयुर्वेद, गौ-अनुसंधान एवं उत्थान परम्परा, भारतीय बनौषधि व आयुर्वेदिक चिकित्सा सहित अनेक मानव उत्थान से जुड़ी विधाओं को पतंजलि अभियान के माधयम से मिल रही वैश्विक प्रामाणिकता के लिए भूरि-भूरि सराहना की।
उन्होंने कहा श्रद्धये आचार्य बालकृष्ण जी व पूज्य स्वामी जी महाराज के नेतृत्व व मार्गदर्शन में आज देश-विदेश में योग, आयुर्वेद और भारतीय संस्कृति प्रतिष्ठित हुई है। उन्होंने कहा देश में प्रतिवर्ष लाखों टन फल, सब्जियाें से लेकर दुर्लभ औषधीय बनौषधियां यूं ही बरबाद हो जाती थीं, पतंजलि ने अपनी सूझ-बूझ एवं अथक पुरुषार्थ से इनके प्रोसेसिंग का आंदोलन चलाकर उन्हें दीर्घ जीवी बनाया।
मंत्री महोदया ने कहा पतंजलि आयुर्वेद व पतंजलि फूड प्रोसेिंसंग अभियान का ही परिणाम है कि आज देश के चारों दिशाओं के विशिष्ट प्राकृतिक उत्पादों से देश का जनमानस लाभान्वित हो रहा है। उन्हाेंने पूर्वोत्तर के प्रांतों जैसे मणिपुर, असम आदि में चल रहे पतंजलि फूडप्रोसेंसिंग अभियान से वहां के हजारों युवाओं को मिल रहे रोजगार एवं किसानों के उत्पाद को मिल रहे सम्मान पर भी आचार्य श्री के साथ चर्चा की तथा देश के प्रत्येक भाग में लोगों को ऐसे अवसरों से लाभांवित करने हेतु मार्गदर्शन मांगा। आचार्य श्री ने उन्हें इस संदर्भ में आश्वस्त किया। साधवी निरंजना जी की आचार्य श्री के साथ गंगा की पवित्रता एवं निर्मलता पर भी चर्चा हुई।
मंत्री महोदया ने कहा आयुर्वेद के समक्ष अपने ही देश में पहचान का संकट उत्पन्न हो गया था, पर आचार्य श्री के जागरूकता भरे प्रयास से आज देश का जनमानस हर जड़ी-बूटी, फल, साक व सब्जी में आयुर्वेदिक लाभ खोजता दिख रहा है।