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पतंजलि योगपीठ में विश्वयोगदिवस को सफल बनाने हेतु दो दिवसीय शिविर का शुभारम्भ
विश्व योगदिवस को सफल बनाने हेतु पतंजलि परिसर में विगत दो माह में तीस हजार लोग ले चुके हैं योग प्रशिक्षण
150 युवा भाई-बहिनों ने पतंजलि के राष्ट्रनिर्माण अभियान में जीवन खपाने का लिया संकल्प
हरिद्वार, 01 जून-अंतरराष्ट्रीय योगदिवस-2017 को सफल बनाने के संकल्प से पतंजलि योगपीठ में विगत दिनों से जोरदार तैयारियां चल रहीं हैं। इसी क्रम में पतंजलि योगपीठ के आचार्यकुलम, पतंजलि गौ-अनुसंधान, पतंजलि आयुर्वेद एवं भारत भर में योगकक्षा विस्तार से जुडे़ लगभग दो हजार लोगों का दो दिवसीय योगशिविर प्रारम्भ हुआ। इस शिविर में देशभर के पतंजलि आरोग्यकेंद्र, चिकित्सालय के कार्यकर्ता भाई-बहिन भी सहभागिता कर रहे हैं।
इससे पूर्व सम्पन्न हुए एक अन्य शिविर के शिविरार्थियों से पूज्य स्वामी जी ने पतंजलि के विराट राष्ट्रनिर्माण आंदोलन में भागीदारी हेतु समयदान देने का आवाहन किया। पूज्यवर के एक आहवान पर सैकड़ों भाई-बहिनोें ने समयदान का सकल्प व्यक्त किया, जिन्हें पूज्यवर ने आज मंच पर बुलाकर सम्मानित किया।
योगऋषि पूज्य स्वामी रामदेव जी महाराज ने आज प्रारम्भ हुए दो दिवसीय योगशिविर के उद्घाटन अवसर पर बताया कि पतंजलि योगपीठ 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योगदिवस का विराट समारोह अहमदाबाद में आयोजित करेगी। उन्होंने कहा गुजरात सरकार एवं पतंजलि योगपीठ के संयुक्त प्रयास से आयोजित इस योगशिविर में पांच लाख लोगों के एक साथ योगाभ्यास का विश्व रिकार्ड बनाने का लक्ष्य है।
स्वामी जी ने बताया कि पतंजलि कार्यकर्ताओं द्वारा इन दिनों देश के अनेक स्थानों पर छोटे-छोटे अंतरराष्ट्रीय योगदिवस जागरूकता योगाभ्यास शिविर आयोजित किये जा रहे हैं। स्वामी जी ने बताया कि इसी कड़ी में ब्रिटिश शासकों की दमनकारी नीतियों के खिलाफ भारत में महात्मागांधी जी के नेतृत्व में सम्पन्न प्रथम सत्याग्रह के शताब्दी स्मृति वर्ष के अवसर पर गांधी मैदान मोतिहारी, पूर्वीचम्पारण, बिहार में 8 से 10 जून तक तीन दिवसीय निःशुल्क योग चिकित्सा एवं धयान योग शिविर रखा गया है।
ज्ञातव्य कि अंतरराष्ट्रीय योगदिवस को सफल बनाने के निमित्त विगत दो माह के दौरान पतंजलि योगपीठ परिसर में चलने वाले विविध शिविरों द्वारा देश भर के तीस हजार से अधिक युवा भाई-बहिन एवं विविध सेवा क्षेत्र से जुडे़ गणमान्य पूज्य योगऋषि स्वामी रामदेव जी महाराज एवं श्रद्धेय आचार्य बालकृष्ण जी महाराज के मार्गदर्शन में प्रशिक्षित किये जा चुके हैं।