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(20-सितम्बर-2016) पाकिस्तान की ओर से देश के साथ हो रहे बार-बार विश्वासघात को सदा के लिए समाप्त करने की जरूरत है: आचार्य बालकृष्ण
दिनांक 20 सितम्बरः उरी सैनिक कैंप पर हुए आतंकी हमले में शहीद हुए सैनिकों के सम्मान में आज पतंजलि योगपीठ में श्रद्धांजलि यज्ञ रखा गया। पतंजलि योगपीठ के महामंत्री श्रद्धेय आचार्य बालकृष्ण जी महाराज की उपस्थिति में सम्पन्न इस आयोजन में पतंजलि योगपीठ के हजारों कर्मयोगियों, पतंजलि विश्वविद्यालय के शिक्षकगण, छात्र-छात्रयें, पतंजलि वैदिक कन्यागुरुकुलम एवं पतंजलि वैदिक गुरुकुलम के विद्यार्थी, भारतस्वाभिमान आंदोलन के सेवाव्रती एवं अधिकारीगणों ने वैदिक आहुतियों के साथ शहीदों के प्रति श्रद्धा-सुमन अर्पित किये।
इस अवसर पर पतंजलि योगपीठ के महामंत्री श्रद्धेय आचार्य बालकृष्ण जी महाराज ने शहीदोें के प्रति श्रद्धा-सम्मान अर्पित करते हुए कहा भारत ऋषियों और वीरों-वीरांगनाओं का देश है। ऋषियों ने अहिंसा के प्रति प्रतिबद्ध होकर भी कभी वीरत्व नहीं खोया। आचार्य श्री ने कहा यद्यपि हम भारतीय सदियों से शांति के समर्थक रहे हैं, पर कभी-कभी शांति स्थापित करने के लिए युद्ध की भी जरूरत पड़ती है।
आचार्य श्री ने पतंजलि योगपीठ की ओर से आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के परिजनों के प्रति अपनी सम्वेदनायें व्यक्त करते हुए कहा राष्ट्र आज बलिदान मांग रहा है। उन्होंने कहा श्रद्धेय स्वामी जी के नेतृत्व में देश-विदेश में फैले करोंड़ो योगसाधक कार्यकर्ता देश के शहीदों के सपनों को साकार करने के लिए हर आवश्यक कदम उठाने हेतु प्रतिबद्ध हैं। आचार्य श्री ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि पाकिस्तान की ओर से हो रहे हमारी मां भारती पर बार-बार विश्वासघात को सदा के लिए समाप्त करने हेतु हमें अपनी रणनीति बदलने की जरूरत है।
आचार्य श्री ने इस संदर्भ में पूज्य स्वामी जी महाराज के संकल्प को दोहराते हुए कहा अब देश पर आने वाले ऐसे संकटों को निपटाने के लिए ”बुद्ध के साथ-साथ युद्ध” का समय आ गया है।