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100 फीट ऊंचा तिरंगा फहराकर पतंजलि परिसर में मनाया गया 71 वां स्वतंत्रता दिवस
- पतंजलि के स्वदेशी अभियान को 300 करोड़ बार रोटेशन में देखे जाने का कायम हुआ विश्व इतिहास
2040 तक भारत को विश्व का सुपर पावर देश बनाने के लिए समर्पित होगा पतंजलि अभियान – स्वामी रामदेव - देश में आयी प्राकृतिक आपदाओं में कालकवलित हुए लोगों के प्र्रति संवेदनायें प्रकट की गयीं
आजादी आंदोलन की संकल्पना का मूर्तरूप है पतंजलि का स्वदेशी अभियान-आचार्य बालकृष्ण
हरिद्वार, 15 अगस्त, 2017- स्वतंत्रता दिवस पर पतंजलि योगपीठ परिसर में 100 फीट ऊंचा तिरंगा फहराकर स्वतंत्रता दिवस समारोह हर्षपूर्ण वातावरण में मनाया गया। इस अवसर पर भारतीय स्वतंत्रता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले देश के शहीदों के सम्मान में पतंजलि योगपीठ के परमाधयक्ष पूज्य योग_षि स्वामी रामदेव जी महाराज एवं योगपीठ के महामंत्री श्रद्धेय आचार्य बालकृष्ण जी महाराज ने धवजारोहण कर राष्ट्र के 7 लाख से अधिक बलिदानियों को नमन किया। साथ ही देश वासियों से स्वदेशी अपनाने और देश से विदेशी कम्पनियों के सामानों का बहिष्कार कर गुलामी से मां भारती को बचाने तथा भारत को 2040 तक विश्व का सुपरपावर देश बनाने का संकल्प दिलाया गया।
समारोह में स्वामी रामदेव जी महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा आर्थिक शक्ति सम्पन्न देश ही विश्व का सुपरपावर देश बनने की सामर्थ्य रखता है। उन्होंने कहा हम देशवासी महात्मागांधी, चंदशेखर आजाद व भगतसिंह जैसे लाखों शहीदोें की तरह 100 प्रतिशत स्वदेशी व स्वदेश सेवा का व्रत लें। उन्हाेंने बताया कि भारत को 2040 तक विश्व का सुपर पावर देश मनाने कि लिए पतंजलि परिवार के नेतृत्व में सम्पूर्ण देश में अभियान स्तर पर कार्य किया जायेगा। स्वामी जी ने कहा पतंजलि के पुरुषार्थ से अभी संपूर्ण विश्व में योग को स्वीकृति मिली है, शीघ्र ही सम्पूर्ण विश्व आयुर्वेद को भी शीर्ष स्तर से स्वीकार करेगा। उन्होंने कहा इसके लिए श्रद्धेय आचार्य बालकृष्ण जी के नेतृत्व में अथक-अहर्निश पुरुषार्थ चल रहा है।
स्वामी जी कहा देशवासियों को जाति एवं मजहब से बाहर निकल कर भारतीय होने, भारत माता की यशस्वी बीर संतान होने पर गर्व करना चाहिए।
पतंजलि योगपीठ के महामंत्री श्रद्धेय आचार्य बालकृष्ण जी महाराज ने इन दिनों देश के विविध प्रांतों में आयी आपदाओं में कालकवलित हुए लोगों के प्र्रति विराट पतंजलि परिवार की ओर से संवेदनायें प्रकट करते हुए कहा कि भारत प्राकृतिक विविधताओं वाला देश है। हमें इन आपदाओं से प्रकृतिक ढंग से ही निपटना होगा, स्वदेशी प्रयासों से यदि इन पर अंकुश लगाने का प्रयास किया जाय तो पुनः ये आपदायें आना सम्भव ही नहीं है। आचार्य श्री ने कहा आजादी तो हमें मिल गयी पर अभी देश को असमानता, आतंक, अशिक्षा, गरीबी, बेरोजगारी आदि से मुक्त कराना है। आचार्यश्री ने हेल्थ, रिसर्च, एजूकेशन, एग्रीकल्चर, सिक्योरिटी एवं इंडस्ट्री आदि हर क्षेत्र में भारत को सक्षम बनाने हेतु सभी देश वासियों को 12 से 16 घंटे कठोरतम मेहनत करने का आवाहन किया। आचार्यश्री ने बताया कि 200 वर्ष के आजादी अभियान की संकल्पना का मूर्तरूप है पतंजलि का संपूर्ण स्वदेशी अभियान।
अंत में श्रद्धेय आचार्य एवं पूज्य स्वामी जी ने उपस्थित अन्य गणमान्यों व हजारों लोगों के माधयम से देश के करोड़ों लोगों को अपनी-अपनी सामर्थ्य के अनुरूप देश के लिए योगदान देने का संकल्प दिलवाया। साथ ही देशवासियों का आवाहन किया कि सामाजिक, आधयात्मिक, धार्मिक, शैक्षणिक, राजनैतिक व औद्योगिक क्षेत्र की जो भी व्यक्ति, संगठन व संस्थायें राष्ट्रहित में श्रेष्ठ कार्य कर रही हैं, उनका पूरे तन-मन से सहयोग करें। श्रद्धेय प्रद्युम्न जी महाराज ने भी अपने विचार रखे।
ज्ञातव्य कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पतंजलि ने सम्पूर्ण भारत भर में शोसलमीडिया पर स्वदेशी अभियान चला रखा है। विगत 10 दिन के अल्प अवधि में ही पतंजलि के इस अभियान को 300 करोड़ बार रोटेशन में देखे जाने का दुनिया भर में एक इतिहास कायम हुआ है। जिसमें 20 हजार करोड़ यूनिक यूजर शामिल हुए।
कार्यक्रम में आचार्यकुलम के विद्यार्थियों ने राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत सम्भाषण, गीत एवं कवितायें प्रस्तुत कर जनमानस का उत्साहवर्धन किया तथा पराक्रम के स्वयंसेवियों ने राष्ट्र गीत समर्पित किया। पतंजलि में आयोजित इस ऐतिहासिक स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पतंजलि योगपीठ के कर्मयोगियोें के साथ-साथ पतंजलि हर्बल फूडपार्क, पतंजलि ग्रामोद्योग, पतंजलि आयुर्वेद रिसर्च सेंटर आचार्यकुलम, दिव्य फार्मेसी के कार्यकर्ता भाई बहिनों के साथ आचार्यकुलम, पतंजलि विश्वविद्यालय, पतंजलि आयुर्वेद कालेज के छात्र-छात्रओं एवं शिक्षक आदि ने सहभागिता की। इसके अतिरिक्त हरिद्वार शहर व ग्रामीण क्षेत्र के अनेक विशेष अतिथि एवं अनेक मुश्लिम संगठनों के पदाधिकारी, कार्यकर्ता इस समारोह में उपस्थित थे।